कौन कहता है बुड्ढे इश्क नहीं करते, पिता के दोस्त से हुआ बेटी को प्यार । सच्ची घटना । ExposeTime
कौन कहता है की बुड्ढे इश्क नहीं करते? इश्क करते हैं मगर लोग उनपर शक नहीं करते। जिनको प्रसाद का दोस्त छोटेलाल जिनको प्रसाद के घर रात 11:00 बजे बैठकर उससे बातें कर रहा था और जिनको प्रसाद की जवान बेटी अनीता अपने रूम में लेटी हुई थी और छोटेलाल जिनको प्रसाद से बातें करते करते छोटेलाल कहने लगा मैं घर जा रहा हूँ। जिनको प्रसाद भी कहने लगा की मुझे भी अब नींद लग रही है और जैसे जिनको प्रसाद सो गया। छोटेलाल जिनको प्रसाद की बेटी अनीता के रूम में चला गया।
कौन कहता है बुड्ढे इश्क नहीं करते, पिता के दोस्त से हुआ बेटी को प्यार, फिर हुई दर्दनाक घटना । सच्ची घटना । ExposeTime
नमस्कार ExposeTime.com में आपका स्वागत है। दोस्तों, इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेर कीजिये। बढ़ता बुढ़ापा और चढ़ती जवानी उसकी कहानी मैं आपको विस्तार से सुनाता हूँ। प्यारे दोस्तों जिनको प्रसाद और छोटेलाल दोनों दोस्त थे, जिनको प्रसाद की उम्र 65 साल और छोटेलाल की उम्र लगभग 55 साल थी। जिनको प्रसाद के घर छोटेलाल अक्सर आया जाया करता था और वो देर रात तक जिनको प्रसाद के घर बैठकर वहाँ बातें किया करता था और कभी कभी वह उसके घर भोजन भी कर लेता था। जब रात हो जाता था तब वह अपने घर जाकर सोता था। 21 मई 2023 की बात है जिनको प्रसाद के ससुराल में उसके साले की लड़की की शादी थी जिनको प्रसाद की पत्नी और उसका बेटा और उसकी बहू ससुराल चले गए और जिनको प्रसाद अपने बेटी को रोक लिया। अनीता को रोक लिया की कम से कम मुझे भोजन तो बनाएगी खिलाएगी और वहाँ घर पर रुक गया और इधर शाम होते ही छोटेलाल जिनको प्रसाद के घर आ गया और जिनको प्रसाद से बैठकर बातें करने लगा। अनीता भी भोजन बनाने लगी और भोजन बनाकर अपने पिता जिनको प्रसाद को भोजन दी तभी जिनको प्रसाद बोला अपने अंकल छोटेलाल को भी भोजन दे दो। वह छोटेलाल के लिए भी भोजन लेकर आई। छोटेलाल जिनको प्रसाद दोनों भोजन करके और फिर दोनों बातें करने लगी। मगर छोटेलाल जिनको प्रसाद से तो बातें करता था मगर उसकी निगाह जिनको प्रसाद की बेटी अनीता पर थीं।
अनीता भी अभी जवानी की दहलीज पर कदम रखी थी। मगर अपने पिता के दोस्त छोटेलाल को आप पसंद करती थीं। रात के 11:00 बज रहे थे। छोटेलाल इस इंतजार में था कि जिनको प्रसाद सो जाये और जिनको प्रसाद से बातें कर रहा था तभी जिनको प्रसाद कहने लगा मुझे नींद आ रही है। अब मैं सोने जा रहा हूँ तो छोटे लाल कहने लगा मैं भी सोने जा रहा हूँ और वहाँ जिनको प्रसाद के चारपाई से उठा उधर जिनको प्रसाद सो गया और वह चारपाई से उठकर अनीता के रूम में चला गया। अनीता सो रही थी। छोटेलाल उसको जगाया। और उससे कहने लगा मैं बहुत दिनों से तुमसे प्यार करता हूँ, तुमसे मिलना चाहता था मगर मौका नहीं मिल पा रहा था।
अनीता भी उसको चाहती थी, वह मुस्कुराने लगीं। तभी छोटेलाल उसकी मुस्कुराहट को देखकर समझ गया की यहाँ कुछ नहीं बोले गी और उसे अपने बाहों में भर लिया। अनीता भी अभी जवानी की दहलीज पर कदम रखी थी। उसकी भी जवानी उफान मारने लगी और फिर दोनों के बीच नाजायज संबंध स्थापित हो गए। अब अनीता और छोटेलाल का प्रेम प्रसंग चोरी छुपे चलता रहा और दोनों चोरी छुपे मिलते रहे और संबंध बनाते रहे।
एक रात की बात है छोटे लाल अनीता से मिलने गया अनीता छत पर सोई हुई थी क्योंकि उसके परिवार के सभी लोग घर में सोते थे। मगर वह छत पर सोई थी क्योंकि उसे छोटेलाल से मिलना था। उस रात छोटेलाल किसी तरह दीवार पर चढ़कर उसके छत पर गया और अनीता और छोटेलाल दोनों अवैध संबंध बनाने लगे। तभी अनीता का भाई संदीप छत पर आ गया और अपने बहन और छोटे लाल को आपत्तिजनक स्थिति में देखकर वह क्रोध से आगबबूला हो गया और फिर वह छोटेलाल को पकड़ लिया। दोनों के बीच झगड़ा होने लगा। तभी पड़ोसी लोग छत पर आकर देखने लगे। संदीप छोटेलाल के गले को दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया और फिर उसे छत से धक्का दे दिया। पड़ोसी लोग देख रहे थे। पड़ोसियों ने पुलिस को फ़ोन किया, पुलिस मौके पर आ गयी और ठुकाई ऑपरेटर छोटेलाल की लाश को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और संदीप को जेल भेज दिया। तो दोस्तों आज कल समाज में इस तरह के अपराध बढ़ते जा रहे हैं। अपराधी मानसिकता को समझें। अपराधिक मानसिकता वाले व्यक्तियों से दूर रहे। सावधान रहें, सतर्क रहे।
https://youtu.be/dUu8kjxJTP4